Sunday, May 24, 2009

खोया खोया चाँद .....

नाप तोल के जीये, या किस्मत पर छोड़ दें ?

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हजारों  ख्वाहिशें  ऐसी  के  हर  ख्वाहिश  पे  दम  निकले
बहुत निकले मेरे अरमान, लेकिन फिर भी कम निकले .....

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